126. Tere ilawa- तेरे इलावा
तेरे इलावा और भी कोई ख्वाहिश नहीं चाहिए,
तू चाहिए पूरी, उसमे गुंजाइश नहीं चाहिए ।
Tere ilawa aur bhi koi khwahish nahi chahiye
Tu chahiye poori, usme gunjaish nahi chahiye.
127. Itni Mohabbat – इतनी मोहब्बत
शब के बारे से एक शिकायत है हमें,
क्यूं तुझसे इतनी मोहब्बत है इन्हे ।
Shab ke baarat se ek shikayat hai hume,
Kyun tujhse itni mohabbat hai inhe.
128. Nasha Jaam Ka – नशा जाम का
नशा जाम का होता हो उतर जाता शायद, तेरी यादों की महफ़िल तो मिटाए नहीं मीट ते । Nasha jaam ka hota to utar jaata Shayad Teri yadon ki mehfil to mitaye nahi mit te.
129. Ranjishein Aur Naa – रंजिशें और ना
रंजिशें और ना रही अब इस ज़िन्दगी से हमें,
तुम मिले तो मुझको जैसे जहां मिल गया ।
Ranjishein aur naa rahi ab is zindagi se humein,
Tum mile to mujhko jaise jahan mil gaya.
130. Tere Siwa – तेरे सिवा
तेरे सिवा किसी और को चाहना तो लाज़िम ही नहीं,
इश्क़ तेरे बिना इस ज़िन्दगी में तो मुमकिन ही नहीं ।
Tere siwa kisi aur ko chahna to laazim hi nahi
Ishq tere bina is zindagi me to mumkin hi nahi.